tag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post3657109371103428571..comments2023-09-28T14:47:52.743+05:30Comments on प्रकाश बादल: शिमला पहुँची उड़नतश्तरीPrakash Badalhttp://www.blogger.com/profile/04530642353450506019noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-47650394090619442252010-04-19T11:52:38.945+05:302010-04-19T11:52:38.945+05:30In poems se prove ho gaya ki
Poem isPeace of imo...In poems se prove ho gaya ki<br /> Poem isPeace of imotional music.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12519050305319713801noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-60981296078704423252009-08-27T19:20:57.860+05:302009-08-27T19:20:57.860+05:30Aaj to maano khazana haath lag gaya!
Sameer ji ki...Aaj to maano khazana haath lag gaya!<br /><br />Sameer ji ki, khaas kar maa pe likhee rachnaon ne rula diya!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-75219793489614184832009-06-25T12:23:07.269+05:302009-06-25T12:23:07.269+05:30काफी दिनों बाद आपका बिना मीटर का चेहरा देखा ! क्या...काफी दिनों बाद आपका बिना मीटर का चेहरा देखा ! क्या मैं अभी भी आपकी समृतियों में हूँ ?रौशन जसवाल विक्षिप्तhttps://www.blogger.com/profile/02927646540761405419noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-1045516409326520502009-05-19T23:33:00.000+05:302009-05-19T23:33:00.000+05:30बिखर भी जायें तो भी चमक दिखायेंगे,
जहां भी होंगे य...बिखर भी जायें तो भी चमक दिखायेंगे,<br />जहां भी होंगे ये मोती नज़र आ जायेंगे,<br />वो मस्त झौंके जिस को समीर कह्ते हैं,<br />बहेंगे जब-जब शीतलता ही तो लायेंगे....धन्यवाद बादल जी बिखरे मोती के लिये जो जानकारी आप नें दी बहुत अच्छी लगी,कोटि-कोटि धन्यावाद...amarpathik@gmail.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-89094055780905629202009-05-18T23:41:00.000+05:302009-05-18T23:41:00.000+05:30समीक्षा की प्रतिभा आपमें गज़ब की समाई,
आपको दुबारा...समीक्षा की प्रतिभा आपमें गज़ब की समाई,<br /><br />आपको दुबारा यह सफर शुरू करने की बधाईअनुपम अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/14259746714891353242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-63075049612530228622009-05-14T22:40:00.000+05:302009-05-14T22:40:00.000+05:30bhaiya itne dino baad aap blog par aye kaafi achha...bhaiya itne dino baad aap blog par aye kaafi achha laga. <br />aapke blog par kuch naya padhne ka wait kar raha hu. <br /><br />aapke kehne par deleted poem fir se post kari h... padhiyega.. :)Puneet Sahalothttp://imajeeb.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-27391004854245389742009-05-13T00:27:00.000+05:302009-05-13T00:27:00.000+05:30प्रकाश जी ,
इतनी बढिया समिक्षा....?? आपकी प्रत...प्रकाश जी , <br /><br />इतनी बढिया समिक्षा....?? आपकी प्रतिभा के तो कायल हो गए हम....अब तो ये संकलन पढने का मन कर रहा है ...समीर जी जरा कृपा - दृष्टि रखियेगा .....इधर भी .....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-34064390569156213112009-05-12T22:01:00.000+05:302009-05-12T22:01:00.000+05:30बादल जी
समीर जी के 'बिखरे मोती' को बड़े ही सुंदर श...बादल जी<br />समीर जी के 'बिखरे मोती' को बड़े ही सुंदर शब्दों में समेट कर समीक्षात्मक रूप में अभिव्यक्ति एक दुष्कर कार्य है किंतु आपकी लेखनी को सलाम करता हूं।<br />'उड़न तश्तरी' तो समीर लाल का पर्याय बन चुका है केवल इस कारण कि वे सफल बहुमुखी साहित्यकार हैं। किसी भी विषय पर शब्दों को मूर्तरूप देकर जड़ता में अर्थपूर्ण प्राणों का संचार करके अपने भावों, उद्गारों की सुंदर अभिव्यक्ति की कला उनकी रचनाओं में स्पष्ट लक्षित हैं।<br />'बिखरे मोती' पर ऐसी सुंदर समीक्षा के लिए बधाई।<br /><A HREF="http://mahavirsharma.blogspot.com" REL="nofollow">महावीर शर्मा</A>महावीरhttps://www.blogger.com/profile/00859697755955147456noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-52402427354327159172009-05-11T22:48:00.000+05:302009-05-11T22:48:00.000+05:30बहुत ही अच्छी समीक्षा कर दी है आपने प्रकाश जी ..कु...बहुत ही अच्छी समीक्षा कर दी है आपने प्रकाश जी ..कुछ बाकी कहने को बचा ही नहीं है ..<br /><br />बधाई आपको भी और समीर जी को भी <br /><br />चन्द्र मोहन गुप्तMumukshh Ki Rachanainhttps://www.blogger.com/profile/11100744427595711291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-764274370990612202009-05-11T21:59:00.000+05:302009-05-11T21:59:00.000+05:30हम पढ़ तो अभी तक नहीं पाए है ये किताब पर आपकी और इ...हम पढ़ तो अभी तक नहीं पाए है ये किताब पर आपकी और इससे पहले अर्श भाई की समीक्षा पढ़ी है,,,,,उसी के आधार पर तारीफ़ जितनी की जाए कम है,,,,,<br />आलोचक वाला व्यंग बहुत पसंद आया,,,,<br />माँ पर लिखी लाईने भी काबिले तारीफ ,,,और राजनीति और आज के हालत पर तो कमाल,,,,<br />बहुत साधा हुआ लेखन ,,,,<br />बहुत बहुत बधाई ,,,,,manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-42865517321890315752009-05-11T20:26:00.000+05:302009-05-11T20:26:00.000+05:30लीजिये .सब कुछ आपने कह दिया......हमने भी पढ़ा है जी...लीजिये .सब कुछ आपने कह दिया......हमने भी पढ़ा है जी उन्हें .पर शायद जिस खूबी से आपने ब्यान किया ...हम नहीं कर सकते .....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-82559678568952770802009-05-11T17:42:00.000+05:302009-05-11T17:42:00.000+05:30प्रकाश भाई
आपने इतने स्नेह से और पूरी लगन से इस प...प्रकाश भाई<br /><br />आपने इतने स्नेह से और पूरी लगन से इस पुस्तक की समीक्षा की है, आपका बहुत साधुवाद.<br /><br />सभी का असीम स्नेह इसी तरह मिलता रहे, और क्या चाहिये.<br /><br />बहुत बहुत आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-80765629900248732812009-05-11T16:21:00.000+05:302009-05-11T16:21:00.000+05:30बहुत ही अच्छी समीक्षा कर दी है आपने प्रकाश जी ..कु...बहुत ही अच्छी समीक्षा कर दी है आपने प्रकाश जी ..कुछ बाकी कहने को बचा ही नहीं है ..सच में उन्होंने बहुत दिल से यह किताब लिखी है .. माँ पर लिखी कविता तो विशेष रूप से पसंद आई है .रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-82604243776352473302009-05-10T22:34:00.000+05:302009-05-10T22:34:00.000+05:30बादल जी , नमस्कार !
समीर जी के व्यक्तित्व , उनके ल...बादल जी , नमस्कार !<br />समीर जी के व्यक्तित्व , उनके लेखन , और <br />उनकी कृति पर आपका आलेख बहुत ही प्रभावशाली <br />बन पड़ा है . इस में कोई दो राए नहीं कि समीर जी एक विद्वान् पुरुष और समृद्ध साहित्यकार हैं.<br />उन्हें पढना अपने आप में एक रोचक अनुभव रहता है .<br />मेरी शुभकामनाएं ....<br />---मुफलिस---daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-16390109624062240362009-05-10T21:56:00.000+05:302009-05-10T21:56:00.000+05:30यह कहना बहुत ही मुष्किल है कि ज्यादा अच्छा क्या लग...यह कहना बहुत ही मुष्किल है कि ज्यादा अच्छा क्या लगा ? समीर जी का व्यक्तीत्व , समीर जी की लेखनी, या आपके द्वारा की गयी व्याख्या जिसमें पूरी किताब को एक पोस्ट मे समाने की कोशीश की गयी है । इस कठिन काम के लिये आपका अभार ।naresh singhhttps://www.blogger.com/profile/16460492291809743569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-73893318562550780452009-05-10T19:08:00.000+05:302009-05-10T19:08:00.000+05:30भाई समीर लाल जी को बहुत बहुत शुभकामनाएं और आपका आभ...भाई समीर लाल जी को बहुत बहुत शुभकामनाएं और आपका आभार।विजय गौड़https://www.blogger.com/profile/01260101554265134489noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-3757616796201053502009-05-10T18:19:00.000+05:302009-05-10T18:19:00.000+05:30भाई साहिब नमस्कार,
उड़नतश्तरी की जिस तरह से आपने प...भाई साहिब नमस्कार,<br />उड़नतश्तरी की जिस तरह से आपने पुस्तक समीक्षा करी है वो बड़ी ही तरलता से जहन में समाती चली गयी ... बहोत ही खूबसूरती से कहा है आपने... हालाली मैंने उनकी पुस्तक पढ़ी है क्या खूब लिखते है वो ... उनके शे'र पे तवज्जो दें की..<br /><br />फ़ैल कर के सो सकूँ इतनी जगह मिलती नहीं..<br />ठण्ड का बस नाम लेखर मैं सिकुड़ता रह गया...<br /><br />बधाई बिखरे मोती के लिए...<br /><br />अर्श"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-46818538391990118362009-05-10T18:14:00.000+05:302009-05-10T18:14:00.000+05:30समीर जी के बहुमुखी व्यक्तित्व से तो सारा चिट्ठाजगत...समीर जी के बहुमुखी व्यक्तित्व से तो सारा चिट्ठाजगत भली भांती परिचित है......Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-24447245600804763712009-05-10T18:05:00.000+05:302009-05-10T18:05:00.000+05:30बहुत सुन्दर और विस्तृत व्याख्या... आपने पुस्तक मे...बहुत सुन्दर और विस्तृत व्याख्या... आपने पुस्तक में रुचि और बढ़ा दी..रंजनhttp://aadityaranjan.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4659978232300951230.post-4869596114215516922009-05-10T17:49:00.000+05:302009-05-10T17:49:00.000+05:30प्रकाश भाई आपने हर दिल अजीज़ समीर जी की किताब की इ...प्रकाश भाई आपने हर दिल अजीज़ समीर जी की किताब की इतनी खूबसूरत ढंग से आपने व्याख्या की है की दिल बाग़ बाग़ हो गया...उनकी प्रतिभा के हम सब कायल हैं...बहुत बहुत शुक्रिया आपका...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.com